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सुखी और स्वस्थ दांपत्य जीवन के लिए ये 7 चीजें आवश्यक हैं These 7 things are necessary for a happy and healthy married life



हैप्पी और हेल्दी मैरिड लाइफ के लिए ज़रूरी हैं ये 7 बातें

These 7 things are necessary for a happy and healthy married life

शादी के लिए अब बायोडाटा और फोटो के साथ ही लड़के-लड़की की मेडिकल प्रोफाइल भी जरूरी होती जा रही है। हेल्दी मैरिड लाइफ के लिए रिश्ता होने से पहले एक-दूसरे की मेडिकल रिपोर्ट चेक की जा रही है। यही वजह है कि अब शादी के पहले लोग मैट्रिमोनियल फोटो और बायोडाटा तैयार करने के साथ ही कई तरह के पैथोलॉजी टेस्ट करवा कर मेडिकल प्रोफाइल भी तैयार कर रहे हैं।

शहर में पिछले दो साल में शादी से पहले पैथोलॉजी टेस्ट करवाने वालों की संख्या दोगुनी से ज्यादा हो गई है। शहर के लगभग सभी पैथोलॉजी लैब में हर महीने 5 से 10 लड़के-लड़कियां मेट्रिमोनियल मेडिकल प्रोफाइल के लिए टेस्ट करवाने रहे हैं।

मेडिकल प्रोफाइल की मांग
रिश्ते से पहले मेडिकल प्रोफाइल की मांग अब लोग सहजता से स्वीकार रहे हैं। बहुत से परिवारों में लड़के ही नहीं लड़की के घर वाले भी अब मेडिकल सर्टिफिकेट देखकर ही रिश्ता तय कर रहे हैं। लड़का अगर रायपुर से बाहर या विदेश में रहा हो, तो मेडिकल प्रोफाइल की डिमांड और ज्यादा बढ़ जाती है। भविष्य में पति-पत्नी को मेडिकल समस्या से बचाने और होने वाले बच्चों की अच्छी हेल्थ के लिए डॉक्टर भी मेडिकल प्रोफाइल चेक करने की सलाह दे रहे हैं।

ऐसे मैच करते हैं मेडिकल प्रोफाइल
हैप्पी और हेल्दी मैरिड लाइफ के लिए शादी तय करने से पहले अब लड़के-लड़की की मेडिकल प्रोफाइल चेक की जा रही है। डॉक्टर्स के अनुसार एड्स और कैंसर जैसी बीमारियों के अलावा राज्य में सिकलसेल और थैलेसीमिया के टेस्ट सबसे ज्यादा कराए जा रहे हैं।

मेडिकल प्रोफाइल की मांग
रिश्तेसे पहले मेडिकल प्रोफाइल की मांग अब लोग सहजता से स्वीकार रहे हैं। बहुत से परिवारों में लड़के ही नहीं लड़की के घर वाले भी अब मेडिकल सर्टिफिकेट देखकर ही रिश्ता तय कर रहे हैं। लड़का अगर रायपुर से बाहर या विदेश में रहा हो, तो मेडिकल प्रोफाइल की डिमांड और ज्यादा बढ़ जाती है।

ये टेस्ट हो रहे हैं ज्यादा
एड्स और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की तुलना में शादी के लिए सबसे ज्यादा जेनेटिक बीमारियों के टेस्ट होते हैं। छत्तीसगढ़ में शादी के पहले सिकलसेल और थैलेसीमिया के टेस्ट सबसे ज्यादा कराए जाते हैं। एचआईवी का टेस्ट भी लोग करवा रहे हैं, लेकिन सिकलसेल और थैलेसीमिया की तुलना में इनकी संख्या बेहद कम है। वहीं, कुछ लोग हेपेटाइटिस बी और डायबिटीज जैसी बीमारियों के टेस्ट भी कराते हैं। पंडितों के कहने पर बहुत से लोग ब्लड ग्रुप टेस्ट भी शादी से पहले करा रहे हैं। हालांकि, डॉक्टर्स इस टेस्ट को यूजलेस मानते हैं।

सभी करवाएं चेकअप
शादी के पहले कुछ टेस्ट काफी फायदेमंद हैं। इससे भविष्य के खतरे से बचा जा सकता है। कुछ बीमारियों में लड़का और लड़की का मेडिकल प्रोफाइल मैच नहीं करने की वजह से प्रेग्नेंसी और उसके बाद मां और बच्चे का जीवन काफी रिस्की हो जाता है। कई बार इस वजह से बच्चा एब्नॉर्मल भी हो जाता है।

फर्टिलिटी और लेटेस्ट टेस्ट
कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शादी से पहले लड़के से सीमेन टेस्ट की रिपोर्ट मांग रहे हैं। यह टेस्ट फर्टिलिटी चेक करने के लिए होता है। हालांकि इस टेस्ट को लेकर अभी बहुत खुलापन नहीं आया है। लेकिन तीन महीने में 2 से 4 लोग इस टेस्ट के लिए भी रहे हैं। वहीं, विदेश से आने वाले लड़के-लड़कियों का सीजन के हिसाब से चिकन गुनिया, बर्ड फ्लू या इबोला का टेस्ट भी किया जाता है।

सिर्फ ब्लड ग्रुप जरूरी नहीं
मेडिकलएक्सपर्ट कहते हैं कि जेनेटिक टेस्ट शादी के पहले बेहद जरूरी है। 100 प्रतिशत लोगों को यह टेस्ट करवाना चाहिए। लेकिन पंडितों के कहने और मिथ की वजह से लोग ब्लड ग्रुप मिलाते हैं, जो मेडिकल साइंस के नजरिये से महत्वपूर्ण नहीं है। लड़का अगर नेगेटिव ग्रुप का है और लड़की पॉजिटिव ग्रुप की तो कोई समस्या नहीं होती है। लड़की अगर नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाली है और लड़का पॉजिटिव ग्रुप वाला, तो प्रेग्नेंसी के समय डॉक्टर को बताकर थोड़ी सावधानी रखनी होती है। लेकिन इससे कोई बड़ा कांप्लीकेशन नहीं होता है। इसी तरह डायबिटीज या थायराइड का टेस्ट भी मायने नहीं रखता। लड़का-लड़की दोनों का या किसी एक को भी अगर डायबिटीज या थायराइड हो, तो कोई नुकसान नहीं है। लेकिन फिर भी कुछ लोग मिथ की वजह से ये टस्ट करवाते हैं।

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