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पुरुषों प्यार और करियर में कैसे संतुलन बनाये How do men make the balance in love and career


पुरुष कैसे बनाएं प्‍यार और करियर में बैलेंस


यानी प्‍यार और काम के बीच तालमेल बैठा पाना आसान नहीं। प्यार और व्यापार में तकरार कोई नई बात नहीं। लेकिन, इन दोनो के बीच सही तालमेल बैठाया जाना बहुत जरूरी है। प्या‍र अगर व्यापार यानी करियर के राह में रुकावटें डालने लगे तो यह सही नहीं है, और करियर को बहाना बनाकर अपने प्यार को नजरअंदाज करना भी कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता।

करियर के चक्कर में प्यार को भुलाना या प्यार के चक्कर में करियर को पूरी तवज्जो न देना बहुत भारी पड़ सकता है। कई बार एक मिलता है, तो दूसरा नहीं और कई बार हाथ पूरी तरह खाली रह जाते हैं।

प्यार हो गया है और आप अपने प्यार से कोई समझौता नहीं करना चाहते, तो न करें, लेकिन उसके साथ-साथ अपने करियर पर भी पूरा-पूरा ध्यान दें। जब भी कोई प्यार में पड़ता है तो उसके सामने दो विकल्प रहते हैं, एक तो यह कि वे अपने प्यार पर ध्यान दें या फिर अपने करियर पर। करियर बनाने की उम्र में प्यार में पड़े युवक-युवतियाँ प्यार को ही तवज्जो देने लगते हैं। प्यार की खातिर अपने करियर को दाँव पर लगाने वाले युवक-युवतियाँ ये भूल जाते हैं कि प्यार करने के लिए तो सारी जिंदगी है, पर एक बार करियर छूट जाए तो उसे सँवारना बड़ा मुश्किल होता है। इसलिए प्यार और करियर में बैलेंस जरूर बनाकर चले।

आप जरा इस बात पर भी गौर फरमाइए
• प्यार के चक्कर में पड़कर अपना करियर बर्बाद करने वाले युवक-युवतियाँ शायद यह नहीं जानते कि उनके इस आचरण से उनके परिजनों का कितना दिल दुखेगा। अपने बच्चों का करियर बनाने के लिए की गई जद्दोजहद व्यर्थ होते देख उन्हें कैसा महसूस होगा? जीवन में हर कार्य का एक समय होता है और उसे तब ही करने में भलाई है।

• करियर की ओर ध्यान नहीं देने से अच्छी नौकरी नहीं मिलेगी व आय का कोई साधन नहीं रहेगा। रोजी-रोटी और गृहस्थी के लिए अच्छा करियर होना बहुत जरूरी है। इसलिए आप अपनी जिंदगी के फैसले सोच-समझकर लें।

कैसे बनाए प्यार और करियर में बैलेंस
• जो युवक-युवतियाँ पढ़ाई के दौरान प्यार में पड़ जाते हैं वे अपना करियर समाप्त कर लेते हैं, क्योंकि दोनों का ही ध्यान पढ़ाई से उचट जाता है। ऐसे युवक-युवतियों को चाहिए कि वे पहले अपने करियर पर ध्यान दें।

• सबसे पहले इस बात के लिए तैयार रहें कि अब आपको दोहरी जिम्मेदारियां निभाना पड़ेगी। ज्यादा काम के बोझ से अपना धीरज न खोएं।

• अपने साथी को ऑफिस के कार्य से जुड़ी जिम्मेदारियों के बारे में जरूर बताएं ताकि वह कार्य की गंभीरता को समझे और आपका सहयोग करें।

• ऑफिस की जिम्मदारियों को ध्यान में रखते हुए ही छुटिटयों के लिए आवेदन करें। अगर आप किसी जिम्मेदार पद पर हैं तो बहुत लंबी छुट्टी न लें।

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