जन्म के समय दर्द (योनि) Perturbation (vagina) at birth
बच्चे को जन्म देने के समय-प्रसवपथ (योनि) में गड़बड़ी होना (Crack vagina during delivery)
बच्चे को जन्म देते समय मलद्वार और योनि के बीच जो सिलाई (सींवन) होती है उसका कुछ भाग फट जाता है जिसके कारण स्त्री को बहुत अधिक दर्द होने लगता है।
बच्चे के जन्म देने के समय-प्रसवपथ (योनिमार्ग) का फट जाने पर प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार-
यदि प्रसव होने से पहले कुछ दिनों तक प्रतिदिन कटिस्नान स्त्री को कराई जाए तो गर्भवती स्त्री के साथ ऐसी घटना नहीं होती है।
जब स्त्री बच्चे को जन्म दे रही हो उस समय यदि योनिद्वार और मलद्वार के बीच की सिलाई वाले स्थान पर गर्म-ठण्डा सेंक दिया जाए या गर्म पानी में रूई को भिगोकर उस स्थान पर रखें तो स्त्री की यह सील ज्यादा नहीं फटती है।
यदि बच्चे को जन्म देने के बाद सील (सींवन) अधिक फट गई हो तो उस स्थान पर गीली मिट्टी की पट्टी या गीले कपड़े की पट्टी लगानी चाहिए जिसके फलस्वरूप कुछ ही दिनों में वह घाव जल्दी भर जाता है तथा सील फिर से सही हो जाती है।
बच्चे को जन्म देते समय मलद्वार और योनि के बीच जो सिलाई (सींवन) होती है उसका कुछ भाग फट जाता है जिसके कारण स्त्री को बहुत अधिक दर्द होने लगता है।
बच्चे के जन्म देने के समय-प्रसवपथ (योनिमार्ग) का फट जाने पर प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार-
यदि प्रसव होने से पहले कुछ दिनों तक प्रतिदिन कटिस्नान स्त्री को कराई जाए तो गर्भवती स्त्री के साथ ऐसी घटना नहीं होती है।
जब स्त्री बच्चे को जन्म दे रही हो उस समय यदि योनिद्वार और मलद्वार के बीच की सिलाई वाले स्थान पर गर्म-ठण्डा सेंक दिया जाए या गर्म पानी में रूई को भिगोकर उस स्थान पर रखें तो स्त्री की यह सील ज्यादा नहीं फटती है।
यदि बच्चे को जन्म देने के बाद सील (सींवन) अधिक फट गई हो तो उस स्थान पर गीली मिट्टी की पट्टी या गीले कपड़े की पट्टी लगानी चाहिए जिसके फलस्वरूप कुछ ही दिनों में वह घाव जल्दी भर जाता है तथा सील फिर से सही हो जाती है।
No comments