बच्चे की छाती में कफ बनना Mucus formation in baby chest
बच्चे की छाती में कफ बनना Phlegm origin in the chest of children
परिचय:-
जब किसी कारण बच्चे की छाती में कफ जम जाता है तो वह बच्चे की छाती में कफ बनना कहलाता है। छाती में कफ जमने से बच्चे को बहुत अधिक परेशानी होती है।
बच्चे की छाती में कफ बनने का लक्षण-
इस रोग में बच्चा खांसने लगता है तथा उसके मुंह से हल्का बलगम भी निकलता है तथा कभी-कभी बच्चे के मुंह से बलगम भी नहीं निकलता है। लेकिन यह बलगम उसकी छाती पर जमा रहता है। बच्चे की छाती भारी-भारी सी लगने लगती है। बच्चे के इस रोग का इलाज प्राकृतिक चिकित्सा से किया जा सकता है।
बच्चे के छाती में कफ बनने का कारण:-
1. यह रोग बच्चे को ठंड लग जाने के कारण होता है।
2.मां के दूध में कोई दोष उत्पन्न होने पर जब बच्चा दूध पीता है तो उसे यह रोग हो जाता है।
3. यह रोग बच्चे को तब भी हो जाता है तब बच्चा कोई ऐसी चीजों का सेवन करता है जिससे कफ बनने लगता है।
बच्चे की छाती में कफ बनने पर प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार-
1. यदि बच्चे की छाती में कफ जम गया हो तो 1 चम्मच पान का रस, 1 चम्मच अदरक का रस तथा 2 चम्मच शहद को एकसाथ मिलाकर, फिर इस मिश्रण को आधे चम्मच की मात्रा में बच्चे को दिन में कम से कम 3 बार पिलाना चाहिए। इससे बच्चे की छाती में कफ बनना बंद हो जाता है तथा उसकी छाती में जमा हुआ कफ भी बाहर निकल जाता है।
2. बच्चे के इस रोग का इलाज करने के साथ-साथ बच्चे को ठंड लगने से भी बचाना चाहिए तभी यह रोग पूरी तरह से ठीक हो सकता है।
3. बच्चे की मां को अपने दूध की पौष्टिकता पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि दूध में पौष्टिकता की कमी के कारण यह रोग बच्चे को हो सकता है। इसलिए बच्चे के इस रोग का इलाज करने के साथ-साथ मां को अपना भी इलाज करना चाहिए। इस प्रकार से बच्चे तथा उसकी मां का इलाज प्राकृतिक चिकित्सा से करने से बच्चे की छाती में कफ जमना बंद हो जाता है तथा जमा हुआ कफ भी बाहर निकल जाता है।
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