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गरुड़ासन क्या है और इसके फायदे What is Garudasana and its benefits


 गरूड़ासन


योग न सिर्फ कई रोगों से बचाता है, बल्कि कई बीमारियों के इलाज में भी यह फायदेमंद साबित होता है। मोटापा, जो संपूर्ण विश्व में एक महामारी की तरह फैल रहा है, भी योग के जरिए दूर किया जा सकता है।

मोटापा कम करने के लिए कई प्रकार के योग जैसे- त्रिकोणासन, कोणासन, उत्पादासन, पवनमुक्तासन, सूर्य नमस्कार, गरूड़ासन आदि विधियां हैं। इनमें गरूड़ासन बहुत ही आसान विधि है। गरूडासन करने से मोटापा कम तो होता ही है साथ ही यह योगा गुर्दे के रोग व हाथ-पैर दर्द के लिए भी लाभकारी है। यदि पैरों में कोई और विकृति हो जाए तो इस विधि से दूर हो सकती है।

गरूडासन
इस आसन में व्यक्ति का आकार गरूड़ की तरह हो जाता है इसलिए इसे गरूडासन कहते हैं। गरूडासन में मस्तिष्क की एकाग्रता पर ध्यान देना जरूरी होता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सावधान की स्थिति में खडें हो जाएं, उसके बाद दाएं पैर को सामने की ओर ले जाते हुए बाएं पैर से लपेट लीजिए। इसी तरह दोनों हाथों को सीने के सामने लाकर पैरों की तरह लपेटते हुए नमस्कार की मुद्रा में ले आइए। इस क्रिया को एक तरफ से करने के बाद दूसरी तरफ से भी किजिए। इस स्थिति में एक मिनट तक रहें। इस क्रिया को दोनों पैरों से 5-5 बार करें उसके बाद क्रिया को बढाते रहें।

गरूड़ासन करने के फायदे
इस आसन को करने से मेरूदंड (रीढ की हड्डी) में लचीलापन आता है। कमर पतली होती है तथा बांहों व टांगों की मांसपेशियां तथा नसें चुस्त बनती हैं। इस आसन को करने से पैर, घुटने व जांघों को मजबूती मिलती है। यह कंधे, बांह तथा कोहनियों के दर्द व कंपन को ठीक करता है। यह आसन शरीर के कंपन को दूर करता है। इस आसन को करने से कमरदर्द, जोडों का दर्द, हार्निया आदि रोग ठीक होते हैं। मोटापा, बवासीर, हाइडोसील तथा मूत्रसंबंधी रोगियों के लिए यह आसन करना अधिक लाभकारी होता है।

कब करें गरूड़ासन
गरूडासन करते समय यह ध्यान रखें कि शरीर साफ-सुथरी हो, शरीर में किसी प्रकार की थकावट न हो। गरूडासन सुबह सुरज निकलने के बाद और सूरज डूबने से पहले किसी भी समय कर सकते हैं। गरूडासन भोजन करने से 2 घंटे पहले और भोजन करने के 4 घंटे बाद करें, गरूडासन करते समय अगर पेट बिलकुल खाली हो तो जल्दी मोटापा कम‍ किया जा सकता है। गरूडासन एक दिन में एक बार ही लगातार करें। यह अभ्या‍स एक बार में कम से कम 15 मिनट या अधिकतम 1 घंटे ही करना चाहिए। अगर एक घंटे तक अभ्या‍स करना है तो 30-30 मिनट के अंतराल पर 2 बार करें। 30 मिनट तक अभ्यास करने के बाद 30 मिनट तक आराम करना चाहिए।

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