गर्भावस्था के बाद की कसरत Post-pregnancy workout
गर्भावस्था के बाद कसरत
हर महिला चाहती है गर्भावस्था के बाद दोबारा से पहले की तरह,फिट होना । आइए कुछ ऐसे ही व्यायाम के बारे में जानें, जिनसे आप पहले जैसे फिट हो सकती हैं। किसी भी प्रकार के व्यायाम की शुरूवात से पहले यह बात ध्यान रखें कि आपको टहलने जैसे हल्के-फुल्के व्यायाम करने हैं । इसके बाद आप दस ऐसे व्यायाम कर सकते हो जिससे आप अपनी मांसपेशियों को तो मजबूत कर ही सकते हैं,साथ ही फिट और हेल्दी भी रह सकती हैं।
यह व्यायाम शुरू करने के लिए, सबसे पहले पीठ के बल लेट जांए और गहरी सांस लें। सांस इतनी गहरी हो कि पेट की मांसपेशियों पर बल पड़े। उसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़े। इस एक्सरसाइज को प्रसव के बाद के शुरूआती दिनों में लगातार करें।
पीठ के बल लेट जाएं पैरों को थोड़ा सा खोल कर रखें। धीरे-धीरे हाथों को ऊपर उठाएं लेकिन कोहनी मुडनी नहीं चाहिए। पैर भी जमीन पर टिकाये रखें । फिर दोनों हाथों को वापिस जमीन पर ले आएं। इस एक्स रसाइज को कई बार दोहराएं। इससे आपकी मांसपेशी खिचेंगी और मजबूत भी होंगी।
पीठ के बल लेट जाएं दोनों हाथों को साइड में रहने दें। धीरे-धीरे पैरों को उठाएं लेकिन पंजे और एडी को जमीन पर ही टिकाए रखें, कमर के हिस्से को भी उठाएं लेकिन हाथ और पैर नहीं उठने चाहिए।
पीठ के बल लेट जाएं। हाथों को पेट पर रखें और पंजों, एडि़यों को जमीन पर टिका दें फिर पेट पर बल देते हुए सर और घुटनों को ऊपर करें लेकिन पंजे और एड़ी जमीन पर ही रहेंगे।
पीठ के बल लेटकर दायें पैर को सीधा रहने दे और बांए पैर को उठाएं लेकिन ध्यान रखें आपके पंजे और एडी जमीन पर ही रहेंगे। हाथ को सीधा करते हुए घुटने तक ले जाएं लेकिन उसे टच न करें। साथ ही बांए ओर ही सर को ऊपर उठाएं और लेटें रहें। इसी एक्सरसाइज को अब दाएं पैर से करें।
पीठ के बल सीधे लेट जाएं। हाथों को साइड में रहने दें। और एक पैर को ऊपर उठाएं लेकिन पंजे-एड़ी जमीन पर रहने दें। पेट पर बल देते हुए पैरों को जितना ऊपर हो सकें उठाएं।
पीठ के बल सीधे लेटते हुए दोनों हाथों को सीधा रखें और एक पैर को बिना घुटना मोंड़े हवा में उठाए और बिना सिर उठाएं उसे जितना उठा सकते हैं उठाएं। यही एक्सरसाइज दूसरे पैर से भी करें।
सीधे लेट जांए और कोहनियों को तकिए के उपर रखें साथ ही बटक को ऊपर उठाकर पेट पर बल देते हुए गहरी-गहरी सांसे लें।
पीठ के बल सीधे लेटते हुए दोनों हाथों को सीधा रखें और दोनों पैरों को बिना घुटना मोंड़े हवा में उठाए और बिना सिर उठाएं उसे जितना उठा सकते हैं उठाएं।
पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को सिर के नीचें रखें साथ ही पैरों को भी जमीन पर टिकाएं। पीठ के बल सीधे लेटे हुए पेट पर बल देते हुए पैरों करे जितना ऊपर उठा सकते हैं उठाएं।
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